" 52 Cruelities On GodKabir "
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परमेश्वर कबीर साहेब चारों युगों में अपने सत्य ज्ञान का प्रसार करने आते हैं। 👉इसलिए कलयुग में वास्तविक कविर्देव(कबीर प्रभु) नाम से प्रकट हुए थे, उस समय एक शेखतकीे नाम का पीर जो सभी मुसलमानों का धर्म गुरु (पीर)था। वह दिल्ली सम्राट सिकंदर लोदी का भी धर्म गुरु था। सिकंदर लोदी का असाध्य रोग कबीर साहेब के आशीर्वाद मात्र से ठीक हो गया और कबीर साहेब ने अपने गुरु स्वामी रामानंद जी को जिंदा कर दिया तो यह देखकर राजा कबीर साहेब की महिमा गाने लगे, जिससे शेखतकी को परमात्मा कबीर जी से ईर्ष्या हो गई। इस कारण से:-👇 ️शेखतकी ने जुल्म गुजारे, बावन करी बदमाशी, खूनी हाथी के आगे डालै, बांध जूड अविनाशी, हाथी डर से भाग जासी, दुनिया गुण गाती है। शेखतकी ने अविनाशी को मारने के लिए खूनी हाथी के आगे डाला। हाथी कबीर भगवान के पास जाते ही डर कर भाग गया। तब लोगों ने कबीर साहेब की जय-जय कार की। कबीर भगवान अविनाशी है।