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Showing posts from June, 2020

Janmashtami

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"जन्माष्टमी" 👇 🎊 जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी प्रमाणित कर के बताते हैं:-👇 🏮तीन लोक के भगवान श्री कृष्ण जी के ऊपर भी कोई परम शक्ति है। प्रमाण:-कबीर साहेब की वाणी⤵ कबीर, जिन राम, कृष्ण, निरंजन किया, सो तो करता न्यार। अंधा ज्ञान न बूझई, कहै कबीर बिचार।। कौन है वो करतार जिन्होंने कृष्ण जी को भी उत्पन्न किया? 👉कृष्ण जी ने एक मुठ्ठी चावल के बदले सुदामा का महल बनाया और परमेश्वर कबीर साहिब ने एक रोटी के बदले तैमूरलंग को सात पीढ़ी का राज दे दिया। 🔹 संपूर्ण आध्यात्मिक ज्ञान गुरू बनाकर सत्संग सुनने से ही होता है। इसीलिए 👉राम तथा श्री कृष्ण जी ने भी गुरू बनाकर अपनी भक्ति की, मानव जीवन सार्थक किया। इससे सहज में ज्ञान हो जाना चाहिए कि अन्य व्यक्ति यदि गुरू के बिना भक्ति करता है तो कितना सही है? अर्थात् व्यर्थ है। 👉मीरा बाई ने जब पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी का सत्संग सुना तो उनसे नाम दीक्षा लेकर आजीवन उनकी भक्ति की। 👉प्रमाण सहित अधिक जानकारी के लिए देखें-रोज "तत्वज्ञान का सत्संग" साधना TV पर शाम 07:30 से 08:30 बजे तक।

Bible..

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📖*"Bible"*📖 ⤵ 🔸पवित्र बाइबल में भगवान का नाम कबीर है - अय्यूब 36:5, यहां स्पष्ट है कि कबीर ही शक्तिशाली परमात्मा है। 👉अय्यूब 36:5 (और्थोडौक्स यहूदी बाइबल - OJB) परमेश्वर कबीर (शक्तिशाली) है, किन्तु वह लोगों से घृणा नहीं करता है। परमेश्वर कबीर (सामर्थी) है और विवेकपूर्ण है। 👉पवित्र बाइबिल (उत्पत्ति ग्रंथ) में लिखा है कि परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया। इससे सिद्ध है कि प्रभु भी मनुष्य जैसे शरीर युक्त है तथा छः दिन में सृष्टी रचना करके सातवें दिन तख्त पर जा विराजा। 👉प्रमाण सहित और अधिक जानकारी के लिए पढ़ें-पवित्र पुस्तक 📙"ज्ञान गंगा" इस पवित्र पुस्तक को आप हमारी वेबसाइट www.Jagatgururampalji.org से नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हो!

Secret Knowledge Of Gita...

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🎋 "गीता सार"👇 गीता जी अ .11 श्लोक 21 व 46 में अर्जुन कह रहा है कि भगवन् ! आप तो ऋषियों, देवताओं तथा सिद्धों को भी खा रहे हो, जो आप का ही गुणगान कर रहे हैं। हे सहस्त्राबाहु अर्थात् हजार भुजा वाले भगवान ! आप अपने उसी चतुर्भुज रूप में आईये। मैं आपके विकराल रूप को देखकर धीरज नहीं कर पा रहा हूँ । अध्याय 11 श्लोक 32 में पवित्र गीता बोलने वाला प्रभु कह रहा है कि ‘अर्जुन मैं बढ़ा हुआ काल हूँ। अब सर्व लोकों को खाने के लिए प्रकट हुआ हूँ।‘   पवित्र गीता जी के ज्ञान को यदि श्री कृष्ण जी बोल रहे होते तो यह नहीं कहते कि अब प्रकट हुआ हूँ। गीता जी अ.11 श्लोक 47 में पवित्र गीता जी को बोलने वाला प्रभु काल कह रहा है कि ‘हे अर्जुन यह मेरा वास्तविक काल रूप है, जिसे तेरे अतिरिक्त पहले किसी ने नहीं देखा था। श्री कृष्ण जी काल नहीं थे, उनके दर्शन मात्र से मनुष्य, पशु (गाय आदि) प्रसन्न होकर श्री कृष्ण जी के पास आकर प्यार पाते थे। गीता ज्ञान दाता अर्जुन से कह रहा है कि अर्जुन मेरी शरण में रहेगा तो भक्ति भी करनी होगी और युद्ध भी करना होगा अगर इस लोक से छुटकारा चाहते हो और पूर्ण...

DivinePlay Of Kabir Saheb...

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"DivinePlay_Of_GodKabir"👇 🔅सम्मन को पार करना :- सम्मन बहुत गरीब था। जब कबीर परमात्मा का भक्त बना। तब परमात्मा के आशीर्वाद से दिल्ली का महान धनी व्यक्ति हो गया , परंतु मोक्ष की इच्छा नहीं बनी। सम्मान ने अपने परमेश्वर रूप सतगुरु के लिए अपने बेटे की कुर्बानी की थी। जिस कारण अगले जन्म में नौशेरखान शहर के राजा के घर जन्मा। फिर ईराक देश में बलख नामक शहर का राजा अब्राहिम सुल्तान बना। परमात्मा ने उस आत्मा के लिए अनेकों लीलाएं की और उसका उद्धार किया।

Kabir Prakat Diwas Not Jayanti..

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"5 जून 2020 कबीर प्रकट दिवस" "KabirPrakatDiwasNotJayanti" 🌺 सतगुरु रामपाल जी महाराज जी प्रमाणित करके बताते हैं:-👇 🎆कबीर साहेब जयंती VS कबीर साहेब प्रकट दिवस ! कबीर साहेब ने अपनी वाणियों में स्पष्ट किया है, कि उनका जन्म नहीं होता। ना मेरा जन्म न गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा, तहाँ जुलाहे ने पाया। माता पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।। गरीब, भक्ति मुक्ति ले उतरे, मेटन तीनूं ताप। मोमन के डेरा लिया, कहै कबीरा बाप।। 1DayLeft_KabirPrakatDiwas

DeepKnowlegde Of Kabir Sahab..

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DeepKnowlegde Of Kabir Saheb..  🌿"परम दिव्य ज्ञान"(तत्वज्ञान)👇 🌺 *सतगुरु रामपाल जी महाराज * प्रमाणित करके बताते हैं :- कि हमारे पवित्र शास्त्रों में लिखा है कि  परमेश्वर कबीर साहेब ही स्वयं तत्वदर्शी संत बन कर आते हैं या किसी संत के चोले में आते हैं और अपने पुण्य कर्मी भक्त आत्माओं को "तत्वज्ञान" (परम दिव्य ज्ञान) बताते हैं और "सतभक्ति" प्रदान करके सतलोक के वासी बनाते हैं।  "परम दिव्य ज्ञान"👇 परमेश्वर कबीर साहेब जी ने ही ब्रह्मा, विष्णु, महेश के माता-पिता का ज्ञान कराया तथा उनकी उत्पत्ति बताई। कबीर साहिब ने ही सतलोक का ज्ञान दिया है। और कहा है कि "तत्वज्ञान" को आधार बनाकर  "शास्त्रानुकूल सतभक्ति" करके सतलोक आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। शास्त्रानुकूल सतभक्ति करने की विधि की संपूर्ण जानकारी के लिए वेबसाइट Visit करें 👇 www.jagatgururampalji.org #2DaysLeft_KabirPrakatDiwas

DivinePlay Of Kabir Saheb..

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"DivinePlay_Of_GodKabir" 🌺 "मीरा बाई को शरण में लेना"!! 🔅परमेश्वर कबीर साहेब कहते हैं कि मैं भक्त आत्माओं को शरण में लेने के लिए सौ छल-छिद्र कर लेता हूँ! गरीबदास जी की भी वाणी है-  सौ छल-छिद्र मैं करू, अपने जन के काज। गरीबदास ढूंढत फिरूं, हीरे माणिक लाल।। 👉इसी क्रम में मीरा बाई को शरण में लेना! मीरा बाई पहले श्री कृष्ण जी की पूजा करती थी। एक दिन संत रविदास जी तथा परमात्मा कबीर जी का सत्संग सुना तो पता चला कि श्री कृष्ण जी नाशवान हैं। समर्थ अविनाशी परमात्मा अन्य है। संत रविदास जी को गुरू बनाया। फिर अंत में कबीर जी को गुरू बनाया। तब मीरा बाई जी का सत्य भक्ति का बीज बोया गया। गरीब, मीरां बाई पद मिली, सतगुरु पीर कबीर।  देह छतां ल्यौ लीन है, पाया नहीं शरीर।।

Miracles Of Kabir Saheb..

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*5 जून 2020 कबीर साहेब प्रकट दिवस* *"Miracles_Of_GodKabi"* 💥"भैंसे से वेद मन्त्र बुलवाना" एक समय तोताद्रि नामक स्थान पर पंडित लोगों ने सत्संग किया था जिसमें काशी से स्वामी रामानंद जी को भी आमंत्रित किया था। तो उनके साथ कबीर साहेब भी आए थे। सत्संग के पश्चात भण्डारा होना था। वे पंडित लोग कबीर जी को नीच जाति का मानकर उसे पंडितों के भंडारे से अलग करना चाहते थे तो उन्होंने शर्त रखी कि भंडारे में भोजन करने वाले व्यक्ति को वेद के चार मन्त्र बोलने पर प्रवेश मिलेगा। कबीर साहेब की बारी आई तब थोड़ी सी दूरी पर घास चरते हुए भैंसे को हुर्रर-हुर्रर करते हुए बुलाया।  तब कबीर जी ने भैंसे की कमर पर थपकी लगाई और कहा कि भैंसे इन पंडितों को वेद के चार मन्त्र सुना दे। भैंसे ने छः मन्त्र सुना दिए। सभी पंडित लोग कबीर साहेब के सामने नतमस्तक हो गए। कबीर साहेब अविनाशी परमात्मा है।